मैं बहुत दिनों से इसी उधेड़बुन में था कि मेरी सौंवी पोस्ट किस विधा में हो ताकि सौ
टिपण्णी तो मिल जायें|कभी सोंचा कि कोई कहानी (मगर इस के पढने वाले कम है )
क्यों ना कविता, ग़ज़ल लेख या गीत लिखूं इसी सोंच में डूबा मै सड़क पर जा रहा था |
अचानक मेरी निगाह एक प्लास्टिक कि बोतल पर पड़ी सोंचा क्यों ना बोतल को उठा कर
कचरे के डिब्बे में डाल दूँ इस बहाने क्लीन सिटी ग्रीन सिटी मेरा योग्यदान भी हो जायेगा|
और रास्ता भी साफ़ मगर जैसे ही बोतल को उठा कर ढक्कन खोला ...उसमें से एक
जिन्न निकल कर बाहर आया और बोला मुझे कुछ काम बताओ नहीं तो मैं तुम्हें मार
दूंगा मैंने जल्दी से कहा " एक कप चाय ला "| वह तुरंत ही चाय लेकर हाजिर ...
मैंने पूछा तुम सब काम कर सकते हो वह बोला हाँ मगर दो काम छोड़ कर एक तो
ईमानदार नेता और दूसरा भ्रष्टाचार मुक्त सरकार |उसकी बात सुन कर मैंने कहा मुझे तो
तुम फर्जी जिन्न लगते हो | वह हाथ जोड़ कर बोला मैं हर संभव कार्य कर सकता हूँ |
वैसे हमने अपनी विरादरी के कुछ जिन्न आम आदमी के लिए जमीन पर छोड़ रखें है | जैसे तत्काल का रेल टिकट ,पासपोर्ट ,ड्राइविंग लाइसेंस और किसी भी सरकारी कार्यालय के काम
जो एक आम आदमी नहीं कर सकता| वह करते है,वह बोतल में नहीं होटल में रहते हैं |
जिन्न अब हमारे कब्जे में आ चूका था तुरंत ही हमने अपने मन की बात रख दी |
मेरी इस पोस्ट पर सौ टिपण्णी दिला दे थोड़ी देर बाद वह बोला सारगर्भित, उच्चकोटि,
की रचनाएँ तो पच्चीस तीस टिपण्णी पर दम तोड़ देती है और तुम सौ टिपण्णी माँग रहे हो
लालची कहीं के ! मैंने कहा यार दूसरे ब्लॉग तो देख जिनमें सौ से ऊपर टिपण्णी है |
कुछ देर बाद उसने कहा देखो उनमें कुछ तो वरिष्ठ ब्लोगर हैं जिनको लोगों ने नमन किया
है | रही दुसरे ब्लॉग की बात आधे से अधिक तो लोगों के आने का आभार व्यक्त किया है
उसने राय भी दी कुछ शिष्टाचार सीखो मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद करो आने का आभार करो
अगर यह सब नहीं कर सकते, तो मुझे फिर से बोतल में बंद कर दो |
जाते जाते वह कुछ अमूल्य सुझाव दे गया जिस तरह फिल्मों को प्रमोट करते है या किसी
उत्पाद को, तुम भी अपने ब्लॉग को प्रमोट करो |
(साहित्य का सुपर मार्केट)
एक ही ब्लॉग में मिलेगा आपको सब कुछ, यानि कविता, कहानी लघुकथा ,शेर ओ शायरी
हास्य ,व्यंग्य ,ग़ज़ल और गीत |
हमारी विशेषताएं :-
हम बेनामी टिपण्णी भी स्वीकार करते है|
रेडीमेड टिपण्णी कॉपी पेस्ट के लिए उपलब्ध है|
सौंवी पोस्ट पर हार्दिक बधाई , यूँ ही लिखते रहिये , सृजन जारी रहना चाहिए ,
बहुत सुंदर , बढ़िया ,दिल को छूने वाली रचना ,सुंदर भावाव्यक्ति,संवेदनशील ,वेहतरीन
मार्मिक झकझोर देने वाली पोस्ट ,सार्थक पोस्ट, ज्ञानपरक पोस्ट, मजा आ गया और
निशब्द ....