यह घटना लगभग सात वर्ष पूर्व नागपुर में हुई थी | जिसमें एक बलात्कार के
आरोपी के साथ कोर्ट परिसर में,शीघ्र न्याय ना मिलने के कारण कुछ महिलाओं
ने उसके साथ हाथापाई की जिससे की उसकी मृत्यु हो गयी |
इस घटना की प्रशासन ने बहुत निंदा की और कहा की इस तरह की घटनाओं
से समाज में क्या सन्देश जायेगा और लोगों का न्याय व्यबस्था से विश्वाश हट
जायेगा | मग़र किसी ने उस आरोपी के कृत्य की निंदा नहीं की,और ना ही किसी
ने यह सोचा उसके इस कृत्य से समाज में क्या सन्देश जायेगा |
मै यहाँ आपको बताना चाहता हूँ की भारत की न्याय व्यबस्था का मैं सम्मान
करता हूँ और इस पर मुझे पूरा भरोसा है |
उस घटना से आहात होकर मैंने अपनी राय रचना के माध्यम से समाज के सामने
रखी थी | अब आप की क्या राय है इस घटना पर ?
मेहँदी वाले हाँथों में अब तलवारें आयेंगी ,
चूड़ियों की खन खन, झन झन में बदल जाएँगी |
अब कोई नारी नहीं अवला कहलाएगी ,
न्याय नहीं मिला तो वह काली बन जायगी |
अब कोई द्रोपदी नहीं कृष्ण को पुकारेगी ,
अब तो दुश्शासन को द्रोपदी ही मारेगी |