सोमवार, अप्रैल 12, 2010

मेरा परिचय

मै बह एक आम आदमी हूँ जिसके जीवन मे डर और समस्याओं के सिवा कुछ भी नहीं होता है | जब बह साइकल पर चल रहा होता है | तब बह स्कूटर से डरता है और जब बह स्कूटर पर चलता है तब बह कार से डरता है इस तथाकथित सभ्य और शिक्षित समाज में अपना स्थान बनाने के लिए १२३ समझौता ,कीमती कारों और टीवी के बढते हुए दाम,कश्मीर मे घुसपैठ , नक्सली समस्या पर बात करना जिसकी मज़बूरी बन जाती है जबकि उसका लक्ष्य सुबह शाम की रोटी के सिवा और कुछ नहीं है | जमाँ पूंजी के नाम उसके पास रिश्तों की एक लम्बी फेहरिस्त है जो दादा दादी , नाना नानी से शुरू हो कर पोता पोती नाती नतिनी तक है ब्लॉग लिखना मेरी मज़बूरी है ताकि मै अपने जीवन की हताशा को शब्दों के माध्यम से व्यक्त कर सकूँ |