(हिंदी कविताओं ,कथाओं और लेखों का एक कोना)
kammal ka likha .......
बहुत खूब।
क्या बात है ..बहुत रुमानियत भरी रचना
Wah! Behad roomani rachana...harek shabd khoobsoorat,harek pankti lubhawni hai!
वाह जी, वाह...
Apki is rachna par hum kya kahen,jo khud gulab ho use gulab kya kahen.......Lajwaab rachna... Subha subha hi esi rachna padhne ko mili, maja aa gya......Jai hind jai bharatApki is rachna par hum kya kahen,jo khud gulab ho use gulab kya kahen.......Lajwaab rachna... Subha subha hi esi rachna padhne ko mili, maja aa gya......Jai hind jai bharat
ek lajwaab rachna.ek lajwaab rachna.
बहुत खूब सुनील भाई। आनंद आ गया।------चोंच में आकाश समा लेने की जिद..इब्ने सफी के मायाजाल से कोई नहीं बच पाया।
बहुत खूब.सुन्दर प्रस्तुति.आभार.
बहुत खूब सुनील भाई घनाक्षरी समापन पोस्ट - १० कवि, २३ भाषा-बोली, २५ छन्द
बहुत खुबसूरत भाव सुनील भाई ....आनंद आ गया ! शुभकामनायें आपको !
बहुत ही खूबसूरती से कोमल एहसास को प्रस्तुत किया आपने...
Nice romantic couplets .
अच्छी लगी रचना ...
बहुत खूब!
shayad koi khidki khuli hogi.... waah
bhut hi sunder...
waha......bahut hi khub...har aziz dil ki abhivyakti
क्या बात है, बहुत सुंदरक्यों गुम हो गयी यकायक आसमां से चाँदनी, शायद एक जुल्फ तेरे चेहरे पर आ गयी होगी |
बहुत ही सुन्दर रचना
वाह! सुंदर रचना॥
शेर वाकई बहुत अच्छे हैं।
खुशबू सी आ रही है कहीं ज़ाफ़रान की,खिड़की खुली हुई है फिर उसके मकान की! (नीरज)
कोमल एहसास को प्रस्तुत किया आपने...बहुत ही सुन्दर रचना नई पोस्ट पर आपका स्वागत हैसुनील जी
बहुत सुंदर.....
are wah...kya baat hai......?cha gayee ye rachana..........
सुंदर भाव
खूब सूरत अंदाज़े बयाँ.भाव सौन्दर्य प्रधान रचना .
वाह क्या बात और अंदाजे बयां है :)
बहुत सुन्दर रचना लिखा है आपने !दिल को छू गई हर एक पंक्तियाँ! उम्दा प्रस्तुती!मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
बहुत खूब .....
kammal ka likha .......
जवाब देंहटाएंबहुत खूब।
जवाब देंहटाएंक्या बात है ..बहुत रुमानियत भरी रचना
जवाब देंहटाएंWah! Behad roomani rachana...harek shabd khoobsoorat,harek pankti lubhawni hai!
जवाब देंहटाएंवाह जी, वाह...
जवाब देंहटाएंApki is rachna par hum kya kahen,
जवाब देंहटाएंjo khud gulab ho use gulab kya kahen.......
Lajwaab rachna... Subha subha hi esi rachna padhne ko mili, maja aa gya......
Jai hind jai bharatApki is rachna par hum kya kahen,
jo khud gulab ho use gulab kya kahen.......
Lajwaab rachna... Subha subha hi esi rachna padhne ko mili, maja aa gya......
Jai hind jai bharat
ek lajwaab rachna.ek lajwaab rachna.
जवाब देंहटाएंबहुत खूब सुनील भाई। आनंद आ गया।
जवाब देंहटाएं------
चोंच में आकाश समा लेने की जिद..
इब्ने सफी के मायाजाल से कोई नहीं बच पाया।
बहुत खूब.
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति.
आभार.
बहुत खूब सुनील भाई
जवाब देंहटाएंघनाक्षरी समापन पोस्ट - १० कवि, २३ भाषा-बोली, २५ छन्द
बहुत खुबसूरत भाव सुनील भाई ....आनंद आ गया ! शुभकामनायें आपको !
जवाब देंहटाएंबहुत ही खूबसूरती से कोमल एहसास को प्रस्तुत किया आपने...
जवाब देंहटाएंNice romantic couplets .
जवाब देंहटाएंअच्छी लगी रचना ...
जवाब देंहटाएंबहुत खूब!
जवाब देंहटाएंshayad koi khidki khuli hogi.... waah
जवाब देंहटाएंbhut hi sunder...
जवाब देंहटाएंwaha......bahut hi khub...
जवाब देंहटाएंhar aziz dil ki abhivyakti
क्या बात है, बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंक्यों गुम हो गयी यकायक आसमां से चाँदनी,
शायद एक जुल्फ तेरे चेहरे पर आ गयी होगी |
बहुत ही सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंवाह! सुंदर रचना॥
जवाब देंहटाएंशेर वाकई बहुत अच्छे हैं।
जवाब देंहटाएंखुशबू सी आ रही है कहीं ज़ाफ़रान की,
जवाब देंहटाएंखिड़की खुली हुई है फिर उसके मकान की! (नीरज)
कोमल एहसास को प्रस्तुत किया आपने...बहुत ही सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंनई पोस्ट पर आपका स्वागत है
सुनील जी
बहुत सुंदर.....
जवाब देंहटाएंare wah...kya baat hai......?
जवाब देंहटाएंcha gayee ye rachana..........
सुंदर भाव
जवाब देंहटाएंखूब सूरत अंदाज़े बयाँ.भाव सौन्दर्य प्रधान रचना .
जवाब देंहटाएंवाह क्या बात और अंदाजे बयां है :)
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना लिखा है आपने !दिल को छू गई हर एक पंक्तियाँ! उम्दा प्रस्तुती!
जवाब देंहटाएंमेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
बहुत खूब .....
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