शुक्रवार, मार्च 30, 2012

गर्मी की छुट्टी ....(.बाल कविता)

लो हुई छुटियाँ बंद स्कुल 
चिंटू अब  है बिलकुल कूल

दिन भर मस्ती करता रहता ।
सुबह देर से सो कर उठता  ।

पापा कहते कुछ तो  पढ़ लो
मम्मी कहतीं होम वर्क कर लो ।

चिंटू भगवान् से करता प्रार्थना ।
अगला महीना कभी ना आना।


मंगलवार, मार्च 27, 2012

शेर के साथ शरारत . ...

आज मै   आपके  सामने कुछ शेर ऐसे पेश कर रहा हूँ जिनके साथ शरारत की गयी है ।


जिनके हांथों मैंने दिया था फूल कभी ।
उन्हीं के हाँथ का पत्थर आज मेरी तलाश में हैं ।


बरसती हुई बरसातों में और टपकती हुई रातों में ।
अक्सर हम यह सोंचते हैं खटिया  कहाँ पे डाली जाये ।


देख हम तेरी जुल्फ़ के कितने चाहने वाले हैं ।
तभी तो तेरे  दो चार गेसू , हर निवाले में हैं ।





बुधवार, मार्च 21, 2012

असफल प्रयास.......





आँखों से छलका ।
एक आंसू ,
पलकों ने किया 
असफल प्रयास
गिरने से, रोकने का ।
बचाने का , 
उसके अस्तिव को  ।
अंतत  ,
वह गिर गया  ।
संवेदनहीनता की ,
रेतीली ज़मीन पर।  

गुरुवार, मार्च 15, 2012

एक लघुकथा

किसी कहानी के लिए  ,कथानक ,संवाद  भाषाशैली , पात्र चरित्रचित्रण ,देशकाल एवं वातावरण तत्वों का होना आवश्यक है । शायद यह सबसे छोटी कहानी होगी ।

एक रेल में दो आदमी यात्रा कर रहे थे । एक ने दुसरे से पूछा क्या आप भूतों पर विश्वास करते हैं ? दुसरे ने उत्तर दिया  मैं तो करता हूँ । यह कह कर दोनों गायब हो गए । 








  

शनिवार, मार्च 10, 2012

पेट की तपिश

ठंडे चूल्हे ने ,
मुस्कराते हुए
ख़ाली पतीली से पूछा ?
आज कब आओगी ।
और  क्या पकाओगी ?
और सूखी लकड़ियों ने
ख़ुशी मनाई ।
आज वह जलने से ,
बच गयीं  ।
पतीली ने मेरी तरफ,
शरमाते हुए देखा ।
और आ  लगी
मेरे जलते हुए पेट से ।