लो हुई छुटियाँ बंद स्कुल
चिंटू अब है बिलकुल कूल
दिन भर मस्ती करता रहता ।
सुबह देर से सो कर उठता ।
पापा कहते कुछ तो पढ़ लो
मम्मी कहतीं होम वर्क कर लो ।
चिंटू भगवान् से करता प्रार्थना ।
अगला महीना कभी ना आना।
चिंटू अब है बिलकुल कूल
दिन भर मस्ती करता रहता ।
सुबह देर से सो कर उठता ।
पापा कहते कुछ तो पढ़ लो
मम्मी कहतीं होम वर्क कर लो ।
चिंटू भगवान् से करता प्रार्थना ।
अगला महीना कभी ना आना।
sach hai kaun chahega ki chhutiyan khatm hon.achchhi bal kavita.aabhar.
जवाब देंहटाएंvery nice....
जवाब देंहटाएंसच मच सुन्दर रचना नै ज़मीन तोड़ी आपने इस नए क्षेत्र में प्रवेश किया .
हटाएंसब आनन्द में हैं अब..
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना ...
जवाब देंहटाएंबधाई ..
सच है बच्चों को छुट्टियों सा आनंद कब मिलता है....
जवाब देंहटाएंछुट्टियों का आनंद लेने दें
जवाब देंहटाएंsach me chuttiyo ka besabri se intajar hota hai
जवाब देंहटाएंsundar kavita...
आह छुट्टियाँ ....वाह छुट्टियाँ
जवाब देंहटाएं:-)
जवाब देंहटाएंसच्ची....हम भी अगर बच्चे होते...
हमारी भी छुट्टियाँ आतीं...
सादर.
मेरी टिप्पणी स्पाम से निकालिए सर......
जवाब देंहटाएंअब तो छुट्टियां मिलती ही बड़ी कम हैं.
जवाब देंहटाएंवाह. बहुत बढिया
जवाब देंहटाएंह्म्म्म बच्चे भी खुश कि सुनील अंकल हमारा ख्याल रखते हैं। सुंदर कविता।
जवाब देंहटाएंवाह छुट्टियाँ...अति सुन्दर लिखा है
जवाब देंहटाएंसही है छुट्टियों में कैसा होम वर्क कैसी पढाई...
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना...
चलो जी छुट्टियाँ भी खतम
जवाब देंहटाएंरोचक!
जवाब देंहटाएंमजेदार बाल कविता।
जवाब देंहटाएंbachpan yaad dila diya aapane
जवाब देंहटाएंहा हा ... सब बच्चे चिंटू के साथ हैं ...
जवाब देंहटाएंअब कहां रही छुट्टियां। होमवर्क के बोझ तले दबे हैं बच्चे।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया बाल रचना,सुंदर अभिव्यक्ति,
जवाब देंहटाएंMY RECENT POST...काव्यान्जलि ...: मै तेरा घर बसाने आई हूँ...
बहुत प्यारी रचना ...
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया रचना...अपने पोते को सुनाऊँगा. :)
जवाब देंहटाएंvery cute
जवाब देंहटाएंvery nice poem .thanks .
जवाब देंहटाएंमिशन लन्दन ओलंपिक हॉकी गोल्ड-LIKE THIS PAGE AND WISH OUR INDIAN HOCKEY TEAM FOR LONDON OLYMPIC