बुधवार, दिसंबर 28, 2011

चंद शेर इधर उधर से......

जब कभी भी आँधियों का ज़िक्र  आयेगा |
तब टूटे हुए  गुंचे भी याद आयेंगे |


जिस बज़्म में वफ़ा का ज़िक्र हो रहा होगा |
उस वक्त हम भी ज़रूर याद  आयेंगे |

रुख से नकाब हटाने से क्या फायदा होगा |
चाँद शरमा कर छुप जायेगा अँधेरे छा जायेंगे 

लचकती साख पर जो ज़ोर आजमा रहा होगा |
नाम उनके कमजोर की फ़ेहरिस्त में आयेंगे |

31 टिप्‍पणियां:

  1. लचकती साख पर जो ज़ोर आजमा रहा होगा |
    नाम उनके कमजोर की फ़ेहरिस्त में आयेंगे |


    वाह! बहुत सुन्दर सुनील जी.

    आनेवाले नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ.

    मेरे ब्लॉग पर आईयेगा.

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  2. गुंचे जब भी दिखें, हमें भी याद कर लेना :)

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  3. रुख से नकाब हटाने से क्या फायदा होगा |
    चाँद शरमा कर छुप जायेगा अँधेरे छा जायेंगे
    बहुत सुंदर सुनील जी,...अच्छी पन्तियाँ,....

    नए पोस्ट पर स्वागत,

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  4. लचकती साख पर जो ज़ोर आजमा रहा होगा |
    नाम उनके कमजोर की फ़ेहरिस्त में आयेंगे |


    बहुत खूब ...

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  5. गजब के शेर......


    नए साल की शुभकामनाएं.....

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  6. सुन्दर भाव... बेहतरीन ग़ज़ल!

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  7. लचकती साख पर जो ज़ोर आजमा रहा होगा |
    नाम उनके कमजोर की फ़ेहरिस्त में आयेंगे |
    badhiya ....

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  8. लचकती साख पर जो ज़ोर आजमा रहा होगा |
    नाम उनके कमजोर की फ़ेहरिस्त में आयेंगे
    बेहतरीन !

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  9. लचकती साख पर जो ज़ोर आजमा रहा होगा |
    नाम उनके कमजोर की फ़ेहरिस्त में आयेंगे |

    umda sher...

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  10. बहुत खूब लिखा है आपने फ़िर पढ़ने अना ही होगा नये वर्ष की बहुत सी शुभकामनाएं

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  11. वाह! सभी शेर अच्छे लगे... नए वर्ष के लिये बधाई!

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  12. लचकती साख पर जो ज़ोर आजमा रहा होगा |
    नाम उनके कमजोर की फ़ेहरिस्त में आयेंगे |

    बहुत ही उम्दा ...नववर्ष की शुभकामनाएं

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  13. जिस बज़्म में वफ़ा का ज़िक्र हो रहा होगा |
    उस वक्त हम भी ज़रूर याद आयेंगे |

    रुख से नकाब हटाने से क्या फायदा होगा |
    चाँद शरमा कर छुप जायेगा अँधेरे छा जायेंगे
    Kya baat hai!
    Naya saal bahut mubarak ho!

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  14. बेहतरीन शेर, नववर्ष की अग्रिम शुभकामनाएं.

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  15. लचकती साख पर जो ज़ोर आजमा रहा होगा |
    नाम उनके कमजोर की फ़ेहरिस्त में आयेंगे |

    shaandar...

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  16. सभी शेर एक से बढ़कर एक ... नव वर्ष की अग्रिम शुभकामनायें...

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  17. बहोत सुंदर प्रस्तुती ।

    नया हिंदी ब्लॉग
    हिन्दी दुनिया ब्लॉग

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  18. Nice post .
    Maa ki muhabbat bahut hai lekin Wh Rabb apne bando se usse bhi badhkar pyaar karta hai.
    Kuchh sher Ishq e Haqiqi par bhi den .
    शांति हमारी आत्मा का स्वभाव और हमारा धर्म है।
    शांति ईश्वर-अल्लाह के आज्ञापालन से आती है।
    नमाज़ इंसान को ईश्वर-अल्लाह का आज्ञाकारी बनाती है।
    नमाज़ इंसान को शांति देती है, जिसे इंसान तुरंत महसूस कर सकता है।
    जो चाहे इसे आज़मा सकता है और जब चाहे तब आज़मा सकता है।
    उस रब का दर सबके लिए सदा खुला हुआ है। जिसे शांति की तलाश है, वह चला आए अपने मालिक की तरफ़ और झुका दे ख़ुद को नमाज़ में।
    जो मस्जिद तक नहीं आ सकता, वह अपने घर में ही नमाज़ क़ायम करके आज़मा ले।
    पहले आज़मा लो और फिर विश्वास कर लो।
    पहले आज़मा लो और फिर विश्वास कर लो।

    http://www.islamdharma.blogspot.com/

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  19. बेहतरीन अंदाज़..... सुन्दर
    अभिव्यक्ति.........नववर्ष की शुभकामनायें.....

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  20. बहुत सुंदर प्रस्तुती बेहतरीन अंदाज ,.....
    नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाए..

    नई पोस्ट --"काव्यान्जलि"--"नये साल की खुशी मनाएं"--click करे...

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  21. सुंदर रचना !
    नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें !

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  22. हर शेर में जान डाल दिया है आपने !
    बहुत सुन्दर !
    नववर्ष की बधाई !

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  23. आपको एवं आपके समस्त परिवार को नव-वर्ष २०१२ की हार्दिक शुभकामनाएं !

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  24. लचकती साख पर जो ज़ोर आजमा रहा होगा |
    नाम उनके कमजोर की फ़ेहरिस्त में आयेंगे |
    अच्छे अंदाज़ का शैर और शायरी है यह .नव वर्ष मुबारक

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  25. नए वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाए,...

    नई रचना "काव्यान्जलि":

    नही सुरक्षित है अस्मत, घरके अंदर हो या बाहर
    अब फ़रियाद करे किससे,अपनों को भक्षक पाकर,

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