शनिवार, नवंबर 12, 2011

जबरदस्ती की मुबारकबाद (ब्लोगिंग के नाम चंद शेर )

लीजिये हम भी शामिल हो गए दो सौ फालोअर के ब्लोगरों  की जमात में ( इसमें मेरा कोई योग्यदान नहीं है )अब मेरा नैतिक  कर्तव्य होता है कि मै आप सभी का आभार व्यक्त करूँ ,धन्यवाद दूँ और प्राथर्ना करूँ किअब मुझे छोड़ कर मत जाना ( बड़ी बदनामी होती है ) छोडिये इन बातों को , यह आवश्यक औपचारिकता के अंतर्गत आतीं हैं |
लगभग बीस महीने कि ब्लोगिंग में मेरा जो अनुभव रहा वह शेरों में कहने कि कोशिश कर रहा हूँ |यह बदलते मिज़ाज की ग़ज़ल हैं |

दिल में जो भी आये  वह ब्लॉग में  लिख दीजिये ,
क्यों बेवजह दिल में बातों का एक ज़खीरा बनाया जाये |

छिपे हैं दर्द, जो मेरे दिल के किसी कोने में,
चलो एक  पोस्ट के  जरिये, उन्हें अब सामने लाया जाये |

वह पौधा , जो कल एक दरख़्त की शक्ल पा जायेगा   |
आओ उसमें कुछ मशविरे की खाद और हौसले का पानी लगाया जाये |

ग़र फ़ुरसत मिल गयी हो किसी नामचीं शायर को दाद देने से , 
चलो अब कुछ नौजवानों को भी हौसला बढ़ाया जाये |

आओ चलो दो चार नए ब्लोगों को टिपिया जाये |
और अपने लिए एक नया फालोअर  भी कहीं से लाया जाये |

किसी की टांग का खींचना यहाँ खेल अगर ब्लोगिंग है|
तो फिर क्यूँ ना यह खेल, ओलम्पिक में भी खिलवाया जाये |


   

48 टिप्‍पणियां:

  1. क्या कहने, बहुत सुंदर


    किसी की टांग का खींचना अगर यहाँ खेल है ब्लोगिंग |
    तो फिर क्यूँ ना यह खेल, ओलम्पिक में भी खिलवाया जाये |

    जवाब देंहटाएं
  2. वाह!..वाह!...क्या खूब फरमाया!मुबारकबाद...जबरदस्ती की नहीं...हम दिल से दे रहे है!

    जवाब देंहटाएं
  3. छिपे हैं दर्द, जो मेरे दिल के किसी कोने में,
    चलो एक पोस्ट के जरिये, उन्हें अब सामने लाया जाये |
    mumkin hai saansen samany ho jayen

    जवाब देंहटाएं
  4. सुनील जी बढ़िया कविता,बहुत अच्छी प्रस्तुति ।
    बधाई !

    जवाब देंहटाएं
  5. दिल तो दिल है आपका हो या किसी और का... यहाँ सब आपके ही हैं और आप जैसे ही हैं यह मान के चलेंगे तो कोई शिकायत नहीं होगी... सब खेल ही लगेगा, आभार!

    जवाब देंहटाएं
  6. :):) बढ़िया है ...२०० फौलोअर होने के लिए ज़बरदस्ती वाली मुबारकबाद

    जवाब देंहटाएं
  7. क्या कहने, बहुत सुंदर


    किसी की टांग का खींचना अगर यहाँ खेल है ब्लोगिंग |
    तो फिर क्यूँ ना यह खेल, ओलम्पिक में भी खिलवाया जाये |

    जवाब देंहटाएं
  8. हमारे तो कुल जमा 11 फा़लोअर्स थे कल तक ,
    आज आपकी पोस्ट पढ़कर देखा तो पता चला कि 10 ही रह गए हैं।
    हा हा हा ...

    आप हमारे ब्लॉग को फ़ोलो कर लेंगे तो हमारी गिनती पूरी हो जाएगी और हम आपके सदा अहसानमंद रहेंगे ।
    हा हा हा ...

    जवाब देंहटाएं
  9. :):) बढ़िया है ...२०० फौलोअर होने के लिए ज़बरदस्ती वाली मुबारकबाद

    जवाब देंहटाएं
  10. :) शानदार शायरी। दोहरे शतक की बधाई!

    जवाब देंहटाएं
  11. ग़र फ़ुरसत मिल गयी हो किसी नामचीं शायर को दाद देने से ,
    चलो अब कुछ नौजवानों को भी हौसला बढ़ाया जाये |

    आओ चलो दो चार नए ब्लोगों को टिपिया जाये |
    और अपने लिए एक नया फालोअर भी कहीं से लाया जाये |

    किसी की टांग का खींचना यहाँ खेल अगर ब्लोगिंग है|
    तो फिर क्यूँ ना यह खेल, ओलम्पिक में भी खिलवाया जाये |


    ha ha ha..
    sir ji aapke murid ho gaye ham to..
    jai hind jai bharat

    जवाब देंहटाएं
  12. sunil ji kamal kar diya aapne

    ham sab blogers isi pidaa ke shikar hai...aabhar..aise dohe likhne ke liye ...

    जवाब देंहटाएं
  13. वह पौधा , जो कल एक दरख़्त की शक्ल पा जायेगा
    आओ उसमें कुछ मशविरे की खाद और हौसले का पानी लगाया जाये

    इस बात पर आप मुबारकबाद के वाकई हकदार है ....आभार

    जवाब देंहटाएं
  14. सही अनुभव एकत्रित किया है ।
    बधाई जी बधाई ।

    जवाब देंहटाएं
  15. दिल की बात जब दिल को लगती है तो ब्लागर फ़ालोअर बनता है। दो शतक लगा कर नाट आउट होने के लिए बधाई :)

    जवाब देंहटाएं
  16. ओशो सिद्धार्थ कहते हैं-
    कुछ होता है अनुकूल यहां कुछ होता है प्रतिकूल यहां
    हम व्यर्थ बात से कंपते हैं,कुछ फूल यहां कुछ शूल यहां

    जवाब देंहटाएं
  17. बधाइयाँ ही बधाइयाँ. अच्छी ग़ज़ल के माध्यम से प्यारी बातें कही हैं आपने.

    जवाब देंहटाएं
  18. :):)...200 followers होने के लिए ज़बरदस्ती वाली मुबारकबाद...

    जवाब देंहटाएं
  19. सुंदर तरीके से वर्णन किया ब्‍लागिंग का।
    दोहरे शतक की शुभकामनाएं......

    जवाब देंहटाएं
  20. बधाई स्वीकार करें।
    ब्लागिंग की अच्छी चुटकी ली है आपने।

    जवाब देंहटाएं
  21. बहुत बढ़िया पंक्तियाँ ... बधाई स्वीकारें

    जवाब देंहटाएं
  22. किसी की टांग का खींचना यहाँ खेल अगर ब्लोगिंग है|
    तो फिर क्यूँ ना यह खेल, ओलम्पिक में भी खिलवाया जाये |


    आईडिया बुरा नहीं है. कोशिश जारी रखें.

    जवाब देंहटाएं
  23. किसी की टांग का खींचना यहाँ खेल अगर ब्लोगिंग है|
    तो फिर क्यूँ ना यह खेल, ओलम्पिक में भी खिलवाया जाये |

    क्या बात है,...............

    जवाब देंहटाएं
  24. ग़र फ़ुरसत मिल गयी हो किसी नामचीं शायर को दाद देने से ,
    चलो अब कुछ नौजवानों को भी हौसला बढ़ाया जाये |


    bahut khoob..........

    जवाब देंहटाएं
  25. 200 followers ki badhai...
    well... aapki lines to padh li, par kisi karanwash ghazal mere laptop pe show nahi kar raha hai... comments ke through kuch lines to padh li... bahut acchhi likhi hai...

    जवाब देंहटाएं
  26. बढ़िया अभिव्यक्ति है ....
    ब्लोगिंग का दर्द यही है ....
    शुभकामनायें आपको !

    जवाब देंहटाएं
  27. आओ चलो दो चार नए ब्लोगों को टिपिया जाये |
    और अपने लिए एक नया फालोअर भी कहीं से लाया जाये |

    वाह वाह...दो सौवें फालोअर होने की दो सौ बधाइयाँ...
    नीरज

    जवाब देंहटाएं
  28. बधाई बधाई बधाई बधाई बधाई स्वीकार करें।

    जवाब देंहटाएं
  29. बहुत सुन्दर और सटीक प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं...

    जवाब देंहटाएं





  30. प्रिय बंधुवर सुनील कुमार जी
    सस्नेहाभिवादन !


    किसी की टांग का खींचना यहां खेल अगर ब्लोगिंग है
    तो फिर क्यूं ना यह खेल, ओलम्पिक में भी खिलवाया जाये

    आऽऽहाऽऽ…हाऽऽ…हऽऽ…………!
    सुझाव विचारणीय है…


    दो सौ फालोअर … ( मैं समर्थक /सहयोगी / मित्र कहता हूं ) का स्नेह-सहयोग पाने के लिए बधाई और शुबकामनाएं !

    मंगलकामनाओं सहित…
    - राजेन्द्र स्वर्णकार

    जवाब देंहटाएं
  31. छिपे हैं दर्द, जो मेरे दिल के किसी कोने में,
    चलो एक पोस्ट के जरिये, उन्हें अब सामने लाया जाये |bhut hi shi n stik abhivaykti.thanks sunil jee.

    जवाब देंहटाएं
  32. बढ़िया रचना सुनील जी,
    बहुत बहुत बधाई !

    जवाब देंहटाएं
  33. ग़र फ़ुरसत मिल गयी हो किसी नामचीं शायर को दाद देने से ,
    चलो अब कुछ नौजवानों को भी हौसला बढ़ाया जाये |


    आओ चलो दो चार नए ब्लोगों को टिपिया जाये |
    और अपने लिए एक नया फालोअर भी कहीं से लाया जाये |


    hahahah.,...mazedaar rachna...

    जवाब देंहटाएं
  34. बेबाक सच है जो मुझे मुस्कराहट दे गया .......बढ़िया !

    जवाब देंहटाएं
  35. "ग़र फ़ुरसत मिल गयी हो किसी नामचीं शायर को दाद देने से ,
    चलो अब कुछ नौजवानों को भी हौसला बढ़ाया जाये |"

    बहुत सरल शब्दों में बहुत ही रोचकताके साथ हमें ब्लोगिंग की दुनिया से रू-ब-रू करवाया है । बहुत बढियाम।

    जवाब देंहटाएं