अक्सर हास्य कवियों पर यह आरोप लगते है कि वह लतीफों को पंक्तिबद्ध
करके रचनाएँ लिखते है | मगर मेरा मानना है कि हास्य कवि दोहरी भूमिका
निभाता है | इस व्यथित समाज को हँसाने के साथ साथ सन्देश भी देता है |
चलिए एक आरोप और लगा दीजिये |
एक विचार आया |
और तुरंत ही उसने ,
एक विज्ञापन छपवाया |
हमारा अगला अंक ,
सत्य कथा विशेषांक होगा |
और घटनाओं की सत्यता ,
चयन का आधार होगा |
तब हो गया एक चमत्कार ,
रचना आयीं पूरी पचास हज़ार |
मगर एक ही शीर्षक,
आ रहा था बार बार
नेताओं का भ्रष्टाचार , नेताओं का भ्रष्टाचार
badiyaa katakch karati hui anoothi rachanaa badhaai aapko.
जवाब देंहटाएंplease mere blog aaiye.thanks.
NETA HI JYADA BHARAST HOTE HAI. . . . JAI HIND JAI BHARAT
जवाब देंहटाएंlijiye satya ka kaisa hua prachaar
जवाब देंहटाएंसही है सुनील भाई.......
जवाब देंहटाएंक्या करे सुनील जी जो दिखेगा वही तो वो लिखेगा, अब ये हास्य हो कुछ और, सटीक सत्य कथा
जवाब देंहटाएंएकदम सटीक .......
जवाब देंहटाएंबहुत सटीक प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंवाह बहुत खूब .......भ्रष्टाचार का हर तरफ है बोलबाला
जवाब देंहटाएंवाह ..इससे अधिक सत्य क्या होगा .
जवाब देंहटाएंएतद सत्यं, शेष मिथ्या।
जवाब देंहटाएंसत्य वचन।
जवाब देंहटाएंआज के समय में प्रासंगिक रचना.
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया।
जवाब देंहटाएंकटाक्ष तभी अच्छा लगता है जब वह सत्य के बिलकुल करीब होता है।
बिलकुल सत्य कथा है .... नेताओ का भ्रष्टाचार...
जवाब देंहटाएंसटीक कटाक्ष..
सहमत हे जी आप की बातो से, धन्यवाद
जवाब देंहटाएंएकदम सही रचनाएं आईं.. ;)
जवाब देंहटाएंsunil bhai ji
जवाब देंहटाएंbahut hi maza aaya aapki saty katha -vishheshhank padh kar .kya nahle par dahl maara hai .
hasy ka hasy bhi aur aaj ki yatharthta ke bahut nikat ,saty ko parilxhit karti hai aapki ye majedaar post----
bahut bahut badhai
sadar naman
poonam
बहुत ही सटीक कहा है.....आभार
जवाब देंहटाएंसुनील जी, बिल्कुल सही कहा। सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंसुनील जी सुन्दर रचना आज के समय का सत्य है भी यही -जहाँ नजर दौडाओ भ्रष्टाचार ही ....
जवाब देंहटाएंकृपया और "घटनाओं" की सत्यता को ठीक कर दें
शुक्ल भ्रमर ५
अपने समय का यही सच है .......भ्रष्टाचार ही अब आचार है .
जवाब देंहटाएंसामयिक।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर और सटीक लिखा है आपने ! सच्चाई को बड़े ही सुन्दरता से प्रस्तुत किया है!
जवाब देंहटाएंgreat observation...
जवाब देंहटाएंवाह ! वाह ! सत्य कथाओं का लग गया भंडार, लगता है अब तो जागेगी सरकार !
जवाब देंहटाएंwah!!! bilkul sateek! :-)
जवाब देंहटाएंBeautiful Satire !
जवाब देंहटाएंआज के दौर में इससे सत्य कथा और क्या हो सकती है
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी रचना