मंगलवार, मई 10, 2011

एक लाईलाज रोग का ईलाज ( हास्य कविता )



चीन भारत की ज़मीन हड़पने में लगा हुआ और हम मूक दर्शक बने हुए है  | सैन्य कार्यवाही 
की बात तो हम सोंच  ही नहीं सकते क्योंकि हमने शांति के पुजारी का दर्जा हासिल कर 
लिया है | हाँ अंतर्राष्टीय मंच पर एक दो बार इस मुद्दे को उठा देते है ताकि विपक्ष इस मुद्दे को 
संसद में ना हथिया सके | हिंदी चीनी  भाई भाई  का यह नारा आज हमें सार्थक नजर आ रहा 
है | बस एक फर्क है चीनी दूसरे देश की जमीन हड़प रहा है और हमारे भू माफिया अपने देश 
के अन्दर की ज़मीन हड़प रहे है  |  अब यह रोग लाईलाज प्रतीत होता है | लेकिन किसी भी 
इलाज में एंटी बायटिक का विशेष महत्व है | मैंने सोचा क्यों ना प्रयोग कर के देखा जाये |


एक दिन हमने चीन को धमकी दे दी |
चीन ने सीमा पर चौकसी  कड़ी कर  दी |
हमने कहा , जिस दिन हमारे भू माफिया की 
नजर तुम्हारी ज़मीन पर पड़ जाएगी |
कुछ दिन के बाद  तुम्हें  वहां ,  
एक बड़ी बिल्डिंग नजर आएगी | 
अब चीन परेशान था |
क्योंकि उसे हमारे इन दिग्गजों की ,
सांठ गांठ और इनकी शक्ति का ज्ञान था |
लोहा गर्म देख कर एक और प्रहार के दिया 
और उसको भविष्य बारे में आगाह कर दिया |
कि उस दिन तुम्हारी यह ,
आधी खुली ऑंखें , पूरी खुल जाएँगी |
जब उन्ही बिल्डिंगों से झांकती हुई 
तुम्हारे नेताओं और फौजियों कि बीबियाँ नजर आएँगी |



26 टिप्‍पणियां:

  1. वाह...........वाह.......वाह
    बढ़िया हास्य ...व्यंग भी

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  2. दिल के बहलाने को ग़ालिब ख़याल अच्छा है .बहर -सूरत "भू -माफिया "की (आजकल रीयल -टार्स कहतें हैं इन्हें कैसे बाकी सब वैर्च्युअल ही हों इनके बरक्स )।
    अच्छा व्यंग्य विनोद परोसा है सुनील भाई !मुबारक !अच्छा पैसा कूटोगे,अशोक चक्रधर को लूटोगे !

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  3. सही बात है, आजकल तो उन्हीं का जोर है।

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  4. वाह कमाल कर दिया आपने तो। कमाल का व्यग्ंय।

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  5. आंखे खुलवाने का प्रयोग बहुत जंच गया. मुझे लगता है चीनी अभी इस विद्या में पारंगत नहीं हुए है. इसे तो पेटेंट करा दीजिए.

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  6. वाह! बहुत खूब लिखा है आपने! सटीक व्यंग्य! लाजवाब प्रस्तुती!

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  7. आपका प्रयोग तो जबरदस्त लगा... तीखा कटाक्ष

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  8. वाह वाह !! यानि कि हमारे देश का भ्रष्टाचारी भी देश सेवा के काम आ सकता है...

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  9. phali baar main aapke blog main aai hoon.aapki jasya-byang per likhi rachanaa bahut achchi lagi.badhaai aapko.
    please visit my blog and leave the comments also.thanks

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  10. अच्छा है कि एक झटका दे कर एक और झटका दे दिया और वे होश में आ गए.
    अच्छा व्यंग है.

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  11. सच है हमारे यहाँ के भू-माफिया कुछ भी कर सकते हैं।

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  12. बहुत ही शानदार और सटीक व्यंग.. वाह जी

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  13. बहुत लाज़वाब और सटीक व्यंग...

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  14. भाई सुनील कुमारजी !आपकी नै रचना नका इंतज़ार है .मुन्तजिर हैं हम !

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  15. बहुत सुंदर पोस्ट भाई सुनील जी बहुत बहुत बधाई |

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  16. प्रहार करारा है ..आनंद आ गया ..आभार

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