अब मैं कैसे देखूं सपने, तुझसे मिलने के ,
मेरी आँखों ने तो नींद से रिश्ता तोड़ रखा है |
और नींद रूठी है एक मासूम बच्चे की तरह,
जिसकी माँ ने जिसे गोद से उतार रखा हैं |
तुमको जब भी फुरसत हो हमको आवाज़ दे देना,
हमारी किस्मत में तो बस इंतज़ार लिखा हैं|
कलाइयाँ ऐसी नहीं जो चूड़ियों का बोझ सह ना सकें
पेट की आग ने उनकी किस्मत में बाज़ार लिखा है|
Lovely words...
जवाब देंहटाएंअरे भैय्या सुनिल जी, दिन में भी सपने देखे जा सकते हैं :)
जवाब देंहटाएंसुन्दर भाव और अभिव्यक्ति के साथ शानदार रचना ! बेहतरीन प्रस्तुती!
जवाब देंहटाएंमेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://seawave-babli.blogspot.com/
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
भावपूर्ण अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर ...बेहतरीन पंक्तियाँ
जवाब देंहटाएंबेहतरीन....
जवाब देंहटाएंआपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा आज शनिवार के चर्चा मंच पर भी की गई है!
जवाब देंहटाएंयदि किसी रचनाधर्मी की पोस्ट या उसके लिंक की चर्चा कहीं पर की जा रही होती है, तो उस पत्रिका के व्यवस्थापक का यह कर्तव्य होता है कि वो उसको इस बारे में सूचित कर दे। आपको यह सूचना केवल इसी उद्देश्य से दी जा रही है! अधिक से अधिक लोग आपके ब्लॉग पर पहुँचेंगे तो चर्चा मंच का भी प्रयास सफल होगा।
Very tenuous link.
जवाब देंहटाएंआन्तरिक भावों के सहज प्रवाहमय सुन्दर रचना....
जवाब देंहटाएंvery well written/..
जवाब देंहटाएंtouched my heart
क्या बात है...
जवाब देंहटाएंबड़े उम्दा अशआर कहे हैं आपने...
सादर बधाई...
kaya baat haen sunil ji ? hindi likha nhi ja raha haen isliae thode se kaam chala rahi hun .
जवाब देंहटाएंसुनील जी..कमाल के शेर हैं.. सब के सब..
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर।
जवाब देंहटाएंअन्ना हजारे जी का आन्दोलन! फायेदा किसका-किसका ??
जवाब देंहटाएंयदि आन्दोलन की टाइमिंग पर विचार किया जाये तो बहुत से तथ्य स्वम ही स्पष्ट हो जायेंगे. सर्वप्रथम आते है की इस आन्दोलन से लाभान्वित कौन कौन होगा
http://parshuram27.blogspot.com/2011/08/blog-post_20.html
अंतिम पंक्तियाँ दिल को छू गयीं,
जवाब देंहटाएंइंतजार का फल मीठा होता है...अति सुंदर रचना !
बेहद उम्दा।
जवाब देंहटाएंलाजबाब और शानदार ......
जवाब देंहटाएंआपकी रचना का जवाब नहीं बहुत ही खूबसूरत |
जवाब देंहटाएंek se bad kar ek sher hain. laajawab.
जवाब देंहटाएंyaha b swagat hai
http://anamka.blogspot.com/2011/08/blog-post_20.html
गहन भावों से पूर्ण बेहतरीन शेर।
जवाब देंहटाएंअंतिम शेर लाजवाब लगा ...
जवाब देंहटाएंचूड़ियों वाला .....
बेहतरीन शेर हैं ... और अंत वाला तो कमाल का है ...
जवाब देंहटाएंखूबसूरत अभिव्यक्ति. आभार.
जवाब देंहटाएंसादर,
डोरोथी.
sundar abhivaykti....
जवाब देंहटाएंBahut acchhi rachna Sunil Ji.. Aabhar..
जवाब देंहटाएंsunil bahi ji
जवाब देंहटाएंbahut hi badhiya ,aap to sher likhne me bhi mahir hain.har pankyiyan v shbd bhav bahut hi achhe lage
hardik badhai swikaren
poonam
यह जन्माष्टमी देश के लिए और आपको शुभ हो सुनील भाई !
जवाब देंहटाएंbahut khoob. happy janmastmi...
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट ब्लोगर्स मीट वीकली (५) के मंच पर शामिल की गई है /आप ब्लोगर्स मीट वीकली (५) के मंच पर आयें /और अपने विचारों से हमें अवगत कराएं /आप हिंदी की सेवा इसी तरह करते रहें यही कामना है /प्रत्येक सोमवार को होने वाले
जवाब देंहटाएंब्लोगर्स मीट वीकली मैं आप सादर आमंत्रित हैं /आभार /
http://hbfint.blogspot.com/2011/08/5-happy-janmashtami-happy-ramazan.html
ब्लॉगर्स मीट वीकली (5) Happy Janmashtami & Happy Ramazan
अन्तिम वाला सबसे अच्छा लगा.
जवाब देंहटाएंआपको एवं आपके परिवार को जन्माष्टमी की हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग पर आने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद /मेरी नई पोस्ट पर आपका स्वागत है /आभार /
जवाब देंहटाएंलाजबाब और शानदार ......
जवाब देंहटाएंमन को झंझोरती पंक्तियाँ - आभार
जवाब देंहटाएंARE YOU READY FOR BLOG PAHELI -2
मार्मिक भाव पूर्ण अभिव्यक्ति...
जवाब देंहटाएंbahut hi atulniy rachana bahut khoob
जवाब देंहटाएंसुन्दर भावों से भरी शानदार रचना | मैंने आपका ब्लॉग फोलो भी कर लिया है |
जवाब देंहटाएंकृपया मेरी रचना देखें और ब्लॉग अच्छा लगे तो फोलो करें |
सुनो ऐ सरकार !!
और इस नए ब्लॉग पे भी आयें और फोलो करें |
काव्य का संसार
सुन्दर रचना , बधाई
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