इट वाज रैनिंग झमाझम । रोड पर आते थे जब हम । लेग माई फिसलिंग गिर पड़े हम । इसी वजह से कुड नॉट कम । ओपन दी विंडो ,लेट सम एतमोस्फीयर कम ,थोड़ा सा लेले दम बढ़िया हलकी फुलकी है ,हिंगलिश की एक झलकी है ..... .कृपया यहाँ भी पधारें - ram ram bhai सर्दी -जुकाम ,फ्ल्यू से बचाव के लिए भी काइरोप्रेक्टिक
बचपन में कुछ इसी तरह इग्लिश में बात करते थे,,,,अच्छी प्रस्तुति,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST...: शहीदों की याद में,,
:-)
जवाब देंहटाएंबालसुलभ बातें ...मोह लेती हैं.
सादर
अनु
हाहााहहा
जवाब देंहटाएंबढिया है
nice presentation. आजादी ,आन्दोलन और हम
जवाब देंहटाएंpayari si baal abhivayakti
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर ||
जवाब देंहटाएंयह कविता पढ़कर मुझे याद आया...
जवाब देंहटाएंजन्माष्टमी के समय मेरे मोबाइल पर यह मेसेज आया था---
यशुमति मॉम से
टॉकिंग नंदलाला
राधा क्यूँ फ़ेयर
आई एम क्यूँ काला
बोली स्माइलिंग मइया
लिसेन मेरे लाला
वो सिटी की गोरी
तू गाँव का ग्वाला
इसलिए कालाः))
सुन्दरः)...आज की पीढ़ी की हिंग्लिश....
जवाब देंहटाएंवाह, बहुत खूब..
जवाब देंहटाएंgood one
जवाब देंहटाएंआज 20/08/2012 को आपकी यह पोस्ट (दीप्ति शर्मा जी की प्रस्तुति मे ) http://nayi-purani-halchal.blogspot.com पर पर लिंक की गयी हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंभई वाह ..
जवाब देंहटाएंहंसा दिया आपने !
बहुत बढ़िया..
जवाब देंहटाएंपढ़ते ही चहरे पर स्माइल आ गई..
:-) :-) :-) :-) :-)
बालसुलभ बातें
जवाब देंहटाएंइट वाज रैनिंग झमाझम ।
जवाब देंहटाएंरोड पर आते थे जब हम ।
लेग माई फिसलिंग गिर पड़े हम ।
इसी वजह से कुड नॉट कम । ओपन दी विंडो ,लेट सम एतमोस्फीयर कम ,थोड़ा सा लेले दम बढ़िया हलकी फुलकी है ,हिंगलिश की एक झलकी है ..... .कृपया यहाँ भी पधारें -
ram ram bhai
सर्दी -जुकाम ,फ्ल्यू से बचाव के लिए भी काइरोप्रेक्टिक
:)
जवाब देंहटाएंvery nice ...
जवाब देंहटाएंभाई बच्चों से तो भगवान भी हारते हैं.
जवाब देंहटाएंitni honest poem pahale kabhee nhi padi....
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुति। मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है। धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंवाH.... झमाJHAM है।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब.
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