गुरुवार, अप्रैल 14, 2011

माँ की दुआओं का असर


वह सफ़ीना जो तूफ़ानों को,
शिकस्त दे कर लौट  आया होगा |
देख कर हिम्मत उसकी, 
साहिल ने उसको  गले से  लगाया होगा |


डूबते देख कर किसी को,
यूँही नहीं साहिल उसके पास आया  होगा|
ज़रूर  इस  वाकिये में कुछ तो,
उसकी माँ की दुआओं का हाथ रहा होगा | 




32 टिप्‍पणियां:

  1. माँ को समर्पित यह पोस्ट पढ़कर खुशी हुई।

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  2. मुन्नवर राणा की यह गज़ल कविता कोश में है। अच्छा होता यदि शायर का नाम भी दिया जाता॥

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  3. वह सफ़ीना जो तूफ़ानों को, शिकस्त दे कर लौट आया होगा |
    देख कर हिम्मत उसकी, साहिल ने उसको गले से लगाया होगा |

    बहुत सुंदर चित्रण . ...

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  4. बहुत सुन्दर ..माँ कि दुआओं में सच ही असर होता है

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  5. निश्चय ही हर दुःख में ईश्वर से पहले माँ ही याद आती है.

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  6. आदरणीय श्री प्रसाद जी आपकी टिपण्णी के सन्दर्भ में मुनब्बर राणा साहेब की गजल का यह शेर है | हाँ आप यह जरुर कह सकते है की उनकी जमीन का इस्तेमाल किया गया है| हो सके तो वह गजल इ मेल कर दीजिये धन्यवाद |आशा करता हूँ की आप इसे अन्यथा नहीं लेंगे

    जब भी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती है
    माँ दुआ करती हुई ख़्वाब में आ जाती है|

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  7. बहुत खूब...माँ की दुआएं हर वक़्त साथ होती हैं.. सुन्दर रचना..

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  8. जरूर ...निःसंदेह ..माँ की दुआ से बढ़कर क्या ?

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  9. आप यह जरुर कह सकते है की उनकी जमीन का इस्तेमाल किया गया है|'
    आपने सही कहा है... उसी ज़मीन से उगी आपकी कविता के लिए बधाई॥

    --
    चंद्र मौलेश्वर
    cmpershad.blogspot.com

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  10. बिल्‍कुल सच कहा है इन पंक्तियों में ... ।

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  11. आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (16.04.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at http://charchamanch.blogspot.com/
    चर्चाकार:Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)

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  12. वह सफ़ीना जो तूफ़ानों को,
    शिकस्त दे कर लौट आया होगा |
    देख कर हिम्मत उसकी,
    साहिल ने उसको गले से लगाया होगा |
    भाई सुनील जी बहुत सुंदर कविता बधाई |

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  13. माँ की दुआ और पिता का आशीर्वाद जीवन में कितनी रक्षा कर सकतें यह वही जान सकता है जिसने माँ बाप की सेवा की हो और उनकी दुआएं और आशीर्वाद पाया हों.
    आपका मेरेब्लोग पर आने का बहुत बहुत आभार.

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  14. माँ बाप कि दुआएं ही जीवन में तरक्की कि राह दिखाती है और जीवन भर साथ रहती है. सुंदर भावनाओं से परिपूर्ण रचना.

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  15. माँ की दुआओं के बिना तो एक सांस भी संभव नहीं.

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  16. माँ...पूर्णता का दूसरा नाम है. बहुत खूब.

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  17. बहुत ही सुंदर

    *********************

    "सुगना फाऊंडेशन जोधपुर" "हिंदी ब्लॉगर्स फ़ोरम" "ब्लॉग की ख़बरें" और"आज का आगरा" ब्लॉग की तरफ से सभी मित्रो और पाठको को " "भगवान महावीर जयन्ति"" की बहुत बहुत शुभकामनाये !

    सवाई सिंह राजपुरोहित

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  18. वाह सुनील जी ....क्या ख़ूब लिखा है!
    माँ का आशीर्वाद से ही ये संभव है.

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  19. दिल से निकली एक सुंदर कृति !

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  20. मां की दुआओं से ही तो यह संसार अभी तक जीवित है।

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  21. माँ का आशीर्वाद से ही ये संभव है.

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