आज जब शहीदों के सम्मान की बात चल रही हैं तो मै अपनी बात चार पंक्तियों में रखना
चाहता हूँ ।
यदि इन शहीदों का सम्मान चाहिए ।
तो एक युद्ध और घमासान चाहिए ।
मै कश्मीर सियाचिन नहीं मांगता ,
मुझको तो पूरा पाकिस्तान चाहिए ।
चाहता हूँ ।
यदि इन शहीदों का सम्मान चाहिए ।
तो एक युद्ध और घमासान चाहिए ।
मै कश्मीर सियाचिन नहीं मांगता ,
मुझको तो पूरा पाकिस्तान चाहिए ।
हर हिन्दुस्तानी कि यही जोश है लेकिन हुक्मरानों का जोश ठंडा पड़ चूका है !!
जवाब देंहटाएंतगड़ा उत्तर..
जवाब देंहटाएंउत्तम विचार ,हम आपसे सहमत है
जवाब देंहटाएंNew post: कुछ पता नहीं !!!
New post : दो शहीद
हर हिन्दुस्तानी की आवाज़...
जवाब देंहटाएंप्रभावशाली ,
जवाब देंहटाएंजारी रहें।
शुभकामना !!!
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बिल्कुल सहमत हूं
जवाब देंहटाएंईंट का जवाब पत्थर से
मुझको तो पूरा पाकिस्तान चाहिए,,,,
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर उम्दा प्रस्तुति,,,
recent post: मातृभूमि,
बहुत सुंदर उम्दा प्रस्तुति....
जवाब देंहटाएंwah......
जवाब देंहटाएंहर हिन्दुस्तानी की आवाज़ है यह ...
जवाब देंहटाएंखनकती पंक्तियाँ ...
वाह ये हुयी ना बात
जवाब देंहटाएंहर दिल की आवाज़
आपकी ये हुंकार फ़ेसबुक पर आपके नाम से लगा रही हूँ उम्मीद है आपको ऐतराज़ नही होगा क्योंकि हर हिन्दुस्तानी के दिल की बात कही है आपने
ब्लाग् के नाम की तरह ही दिल को छू लेने वाले विचार
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी प्रस्तुति,
मकर संक्रांति की शुभकामनाएं
शहीदों को नमन
जवाब देंहटाएंvery appealing lines..
जवाब देंहटाएंइन चार पंक्तियों में आपने सबके दिल की बात कह दी ....
जवाब देंहटाएंप्रभावशाली और सशक्त ..
सादर !
बहुत सही ....
जवाब देंहटाएंBilkul......
जवाब देंहटाएंसोच लीजिए...पाकिस्तान के साथ अल कायदा भी आयेगा और तालिबान भी..
जवाब देंहटाएंइस समय सभी देशवासियों को संतुलन बनाए रखना चाहिए
जवाब देंहटाएंsuperb.
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