मेरे एक मित्र का फोन आया कि आप तो कवि हैं एक जल्दी से हमारे विद्यालय के
वार्षिक उत्सव पर कविता लिख कर मेल कर दो, समय दिया केबल एक घंटे का ...
पत्नी ने धिक्कारा ऐसे तो कवि बने फिरते हो एक काम नहीं कर सकते
हमारे अन्दर का कवि जग उठा और पंद्रह मिनट में रच डाली मज़बूरी की कविता ....
विद्या का यह मंदिर हैं
कैसा लगा यह मज़बूरी का प्रयास
वार्षिक उत्सव पर कविता लिख कर मेल कर दो, समय दिया केबल एक घंटे का ...
पत्नी ने धिक्कारा ऐसे तो कवि बने फिरते हो एक काम नहीं कर सकते
हमारे अन्दर का कवि जग उठा और पंद्रह मिनट में रच डाली मज़बूरी की कविता ....
विद्या का यह मंदिर हैं
डॉन बास्को इसका नाम
ज्ञानार्थ प्रवेश हैं इसमें
और सेवार्थ प्रस्थान ।
गुरुओं का सम्मान सिखाते
चरित्र निर्माण का पाठ पढ़ाते
अध्ययन अपना पूरा करके
विधार्थी बनता अच्छा इन्सान ।
विद्या का यह मंदिर हैं
और सेवार्थ प्रस्थान ।
डॉन बास्को इसका नाम
माता पिता की सेवा करते
गुरुओं का सम्मान वह करते
निर्बल पर अन्याय ना करते
रखते सबका पूरा ध्यान ।
विद्या का यह मंदिर हैं
डॉन बास्को इसका नाम
हरे भरे हैं खेत यहाँ पर
मिला हो जैसे प्रकृति का वरदान
रंग बिरंगे फूल देख कर
आती चेहरे पर मुस्कान ।
विद्या का यह मंदिर हैं
डॉन बास्को इसका नाम
ज्ञानार्थ प्रवेश हैं इसमें
कैसा लगा यह मज़बूरी का प्रयास
Bahut sundar rachna gadh di apne ... Saarthak karte huve kavi ki kalpana ko ... Badhai ...
जवाब देंहटाएंBahut Sunder..
जवाब देंहटाएं.भावात्मक अभिव्यक्ति ह्रदय को छू गयी आभार झुलसाई ज़िन्दगी ही तेजाब फैंककर ,. .महिला ब्लोगर्स के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MANजाने संविधान में कैसे है संपत्ति का अधिकार-1
जवाब देंहटाएंBahut Sundar !
जवाब देंहटाएंमजबूरी का नहीं इसे प्रेम का प्रयास कहें..बहुत सुंदर..
जवाब देंहटाएंरचनाकार या कवि यदि अपने मूड पर आ जाये तो कविता क्या चीज है रामायण भी लिखी जा सकती है,,,सुंदर रचना बन पड़ी है बधाई सुनील कुमार जी,,,
जवाब देंहटाएंRecent post : होली की हुडदंग कमेंट्स के संग
गहन अनुभूति सुंदर रचना सार्थक प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंवाकई कविता से मजबूरी झाँक रही है ...!!
जवाब देंहटाएंदिमाकी कसरत से बनाई गयी कवितायेँ अक्सर कवी लोगों को घाटा पहुंचाती हैं।
जवाब देंहटाएंफिर भी 15 मिनट में और कर ही क्या सकते हैं। :)
पधारिये आजादी रो दीवानों: सागरमल गोपा (राजस्थानी कविता)
आपका प्रयास बढ़िया रहा!
जवाब देंहटाएंसार्थक अभिव्यक्ति!
साझा करने हेतु आभार!
bahut sundar abhivyakti ...kavi man ki udan sarthak hi hoti hai badhai aapko sunil ji
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जवाब देंहटाएंप्रयास बढ़िया,उम्दा प्रस्तुति
latest post सुहाने सपने
aapki majburi najar aati hai rachna me .........bahut sundar
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंएक घंटे में अच्छी कविता रच दी आपने स्कूल की तारीफ हुई तो वाहवाही तो जरूर लूटी होगी हार्दिक बधाई आपको
जवाब देंहटाएंमज़बूरी में भी इतनी सुन्दर कविता !
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा लिख दिया है आपने, दबाव में, सदा ऐसे ही दबाव में रहकर लिखते रहे।
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