tag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post7540686964119563798..comments2024-02-15T14:17:01.179+05:30Comments on दिल की बातें: बेटियों पर यह कैसा अत्याचार .......Sunil Kumarhttp://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comBlogger40125tag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-47989496994954077192011-10-18T13:53:37.796+05:302011-10-18T13:53:37.796+05:30मार्मिक प्रस्तुतिमार्मिक प्रस्तुतिमेरा मन पंछी साhttps://www.blogger.com/profile/10176279210326491085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-62347701445475448082011-09-28T21:22:29.377+05:302011-09-28T21:22:29.377+05:30रचना प्रासंगिक है पर स्थिति मैं परिवर्तन
आ रहा है।...रचना प्रासंगिक है पर स्थिति मैं परिवर्तन<br />आ रहा है।जैसा हम चाहते हैं वो सुबह<br />जरुर आयेगी।Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-78919935239972054792011-09-26T19:58:18.767+05:302011-09-26T19:58:18.767+05:30सोचने को विवश करती है ...मार्मिक रचना ..सोचने को विवश करती है ...मार्मिक रचना ..Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-19145810269435378242011-09-24T09:38:47.958+05:302011-09-24T09:38:47.958+05:30स्थितियाँ अजीब हैं, भयावह हैं…स्थितियाँ अजीब हैं, भयावह हैं…चंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-78466268891676597272011-09-23T15:35:35.177+05:302011-09-23T15:35:35.177+05:30मार्मिक रचना .........मार्मिक रचना .........निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-49159807967430676872011-09-23T14:30:09.756+05:302011-09-23T14:30:09.756+05:30भावपूर्ण लिखा है आपने....बहुत विदारक है.....काश को...भावपूर्ण लिखा है आपने....बहुत विदारक है.....काश कोई समझ ले सके....इस पंक्तियों से...!!राजीव थेपड़ा ( भूतनाथ )https://www.blogger.com/profile/07142399482899589367noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-73345715799984712332011-09-23T10:38:12.226+05:302011-09-23T10:38:12.226+05:30नव जीवन और वंशंजों को पालने वाली कोख ही उजड़ जाये त...नव जीवन और वंशंजों को पालने वाली कोख ही उजड़ जाये तो समाज का फ़िर असतित्व ही कहां बचेगाArunesh c davehttps://www.blogger.com/profile/15937198978776148264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-86465299336964693212011-09-23T02:47:27.475+05:302011-09-23T02:47:27.475+05:30sarahneey....sarahneey....डॉ० डंडा लखनवीhttps://www.blogger.com/profile/14536866583084833513noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-411303645001451562011-09-23T00:08:12.130+05:302011-09-23T00:08:12.130+05:30बेहतरीन प्रस्तुति।
गहरे जज्बात।
मुझे गर्व है क...बेहतरीन प्रस्तुति। <br />गहरे जज्बात। <br />मुझे गर्व है कि मैं एक बेटी का बाप हूं।Atul Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-74339076381270600842011-09-22T15:17:54.062+05:302011-09-22T15:17:54.062+05:30"बाज़ारों में बिकती है
तो बेटी बस इन्सान की&q..."बाज़ारों में बिकती है<br />तो बेटी बस इन्सान की"<br />आह.. इन दो पंक्तियों में पूरी बात कह दी आपने सुनील जी.. काश वो समझें जो ऐसे घिनौने कृत्त्य कर रहे हैं..<br /><br />आभार<br /><a href="http://bitspratik.blogspot.com/2011/09/blog-post.html" rel="nofollow">तेरे-मेरे बीच</a> पर आपके विचारों का इंतज़ार है...Pratik Maheshwarihttps://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-71673917177798589542011-09-22T13:48:26.151+05:302011-09-22T13:48:26.151+05:30मार्मिक सच्चाई को अभिव्यक्ति दी है आपने। मैने भी ए...मार्मिक सच्चाई को अभिव्यक्ति दी है आपने। मैने भी एक दोहा लिखा था....<br /><br />बिटिया मारें पेट में, प़ड़वा मारें खेत<br />नैतिकता की आँख में, भौतिकता की रेत।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-88552887110071658222011-09-22T12:34:20.030+05:302011-09-22T12:34:20.030+05:30बेटियों पर हो रहा,
यह कैसा अत्याचार है |
एक आँख ...बेटियों पर हो रहा, <br />यह कैसा अत्याचार है |<br />एक आँख रो रही है, <br />और एक शर्मसार है |हमारे समयका एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ हैयह रचना .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-54899738598745107512011-09-22T12:31:16.161+05:302011-09-22T12:31:16.161+05:30आला दर्जे की अव्वल रचना .
बेटियों पर यह कैसा अत्य...आला दर्जे की अव्वल रचना .<br />बेटियों पर यह कैसा अत्याचार .......<br />बेटियों पर हो रहा, <br />यह कैसा अत्याचार है |<br />एक आँख रो रही है, बहुत सार्थक ,सामयिक पोस्ट अपने वक्त से रु -बा -रु !virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-63644915090639238122011-09-22T12:30:10.427+05:302011-09-22T12:30:10.427+05:30आला दर्जे की अव्वल रचना .
बेटियों पर यह कैसा अत्य...आला दर्जे की अव्वल रचना .<br />बेटियों पर यह कैसा अत्याचार .......<br />बेटियों पर हो रहा, <br />यह कैसा अत्याचार है |<br />एक आँख रो रही है, <br />दिल के मामले में भी कन्याओं से सौतेला व्यवहार .<br />Girls face bias in heart surgery too<br />वाह! रे !भारतीय रीति-रिवाज़ और संस्कृति .THE TIMES OF इंडिया की यह सुर्खी आगे कुछ लिखने की गुंजाइश भी नहीं छोडती .फिर भी इस खबर के मुताबिक़ एक बात साफ़ है जान लेवा मेडिकल कंडीशंस ,प्राण पखेरू ले उड़ने वाली बीमारियों के मामले में भी भारतीय समाज लड़कियों के साथ दुभांत करता है ।<br />अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में संपन्न एक ताज़ा अध्ययन के मुताबिक़ लड़कों को यहाँ इन जीवन रक्षक मामलों में भी हार्ट सर्जरी कराने के ज्यादा मौके मिलतें हैं .<br />मेडिकल जर्नल 'हार्ट 'में प्रकाशित इस अध्ययन के अनुसार ऐसे ४०५ माँ -बाप से जिनके बच्चों की उम्र १२ साल तक थी तथा जिन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में ELECTIVE PEDIATRIC CARDIAC सर्जरी करवाने की सलाह दी गई थी , लड़कियों के मामले में कुल ४४%लड़कियों को यह सर्जरी मुहैया करवाई गई जबकी ७० %लड़कों को इसका लाभ मिला ।<br />१३४ में से कुल ५९ लड़कियों के माँ -बाप इस शल्य के लिए आगे आये जबकी २७१ में से १८९ लड़कों के माँ -बाप ने पहल की ।<br />प्रत्येक ७० लड़कों के पीछे सिर्फ २२ लड़कियों को ही 'जन्म जात हृद -विकारों 'की सर्जरी करवाने का मौक़ा मेरे हिन्दुस्तान में मिल रहा है .जबकी यही उपयुक्त समय होता है इन जन्म जात विकारों से निजात का .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-29456661701632411042011-09-22T08:16:11.305+05:302011-09-22T08:16:11.305+05:30दिल को झकझोरने वाली रचना. महिला की स्थिति अंतर्विर...दिल को झकझोरने वाली रचना. महिला की स्थिति अंतर्विरोधों से भरी है. इसका कोई समाधान भी दिखाई नहीं देता. आने वाला समय सकारात्मक होगा.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-12060000967138639342011-09-22T07:21:58.175+05:302011-09-22T07:21:58.175+05:30marmik lagi rachna ........marmik lagi rachna ........Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-31075766800677271112011-09-22T07:13:38.615+05:302011-09-22T07:13:38.615+05:30Bahut hi sach baat kahi hai aapne.Bahut hi sach baat kahi hai aapne.Suresh kumarhttps://www.blogger.com/profile/05489753526784353258noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-75794615036707917052011-09-21T19:59:21.453+05:302011-09-21T19:59:21.453+05:30सुनील जी ,
आपकी ये कविता लिए जा रही हूँ ....
यहाँ ...सुनील जी ,<br />आपकी ये कविता लिए जा रही हूँ ....<br />यहाँ गुवाहाटी से एक पत्रिका निकलती है ''आगमन''<br />उसमें प्रेषित हेतु ....<br /><br />अपना पता और फोन न दे दीजिये ....हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-12337490272420948332011-09-21T19:51:10.923+05:302011-09-21T19:51:10.923+05:30भ्रूण हत्या पर मार्मिक पोस्ट.भ्रूण हत्या पर मार्मिक पोस्ट.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-43642018871550891202011-09-21T18:00:54.562+05:302011-09-21T18:00:54.562+05:30हिंदुस्तान की इज्जत को कौन बचाएगा . झूठा विवाह के ...हिंदुस्तान की इज्जत को कौन बचाएगा . झूठा विवाह के नाम पर ये व्यापार खूब किया जाता है..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-12337814329051333222011-09-21T17:25:07.028+05:302011-09-21T17:25:07.028+05:30जायज़ चिंता और कडवी सच्चाई को स्वर दिया है....मार्...जायज़ चिंता और कडवी सच्चाई को स्वर दिया है....मार्मिक प्रस्तुतिसुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-19017594416359285992011-09-21T16:37:50.447+05:302011-09-21T16:37:50.447+05:30बहुत सुंदर,
सामाजिक बुराई के खिलाफ अच्छी रचना
वो ...बहुत सुंदर,<br />सामाजिक बुराई के खिलाफ अच्छी रचना<br /><br />वो रुलाकर हस ना पाया देर तक<br />जब मैं रोकर मुस्कुराया देर तक।<br />नाहलक बेटे तो दर्दे सिर बने,<br />बेटियों ने सर दबाया देर तक।<br /><br />(नाहलक.. नालायक)महेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-39525044984036455112011-09-21T15:49:05.247+05:302011-09-21T15:49:05.247+05:30vविचलित करने वाली कविता॥vविचलित करने वाली कविता॥चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-50126148608533576832011-09-21T13:43:33.484+05:302011-09-21T13:43:33.484+05:30बेटियों पर हो रहा,
यह कैसा अत्याचार है |
एक आँख रो...बेटियों पर हो रहा,<br />यह कैसा अत्याचार है |<br />एक आँख रो रही है,<br />और एक शर्मसार है |<br /><br />एक कटु सत्य... मर्मस्पर्शी चित्रण...संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1634984497780310172.post-31512157169304200792011-09-21T12:32:31.443+05:302011-09-21T12:32:31.443+05:30सच की तस्वीर है आपकी कविता !
तीन क्षणिकाएं ... वि...सच की तस्वीर है आपकी कविता !<br /><br /><a href="http://indranil-sail.blogspot.com/2011/09/blog-post_20.html" rel="nofollow">तीन क्षणिकाएं ... विभीषण ! </a>Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.com